वर्ष 1870 में स्थापित देश का यह प्रथम प्रमुख एवं एकमात्र नदीय पत्तन अपनी यात्रा के उतार-चढ़ाव की वक्र प्रक्रिया से गुजरता, हुगली नदी के अलग-अलग ड्राफ्ट संबंधी एवं अन्य रूपात्मक गतिकीय जटिलताओं, प्रत्याशाओं एवं चुनौतियों से जूझता आगे बढ़ रहा है।
कोलकाता पत्तन, जो शीघ्र ही अपना 147वां जन्मदिन मनाएगा, एक समय देश का प्रधान पत्तन था, परन्तु वर्ष 1966-67 से लगातार इसका सितारा गर्दिश में रहा जब इसे पड़ोसी समुद्रीय पत्तनों की प्रतिस्पर्धा एवं नदी की गहराई, गोदी में आनेवाले उच्चतर डीडब्ल्यूटीवाले बड़े पोतों के लिए वर्धमान प्रतिरोध उत्पन्न करनेवाले मोड़, बोर एवं लॉक अवरोध की चुनौतियों का सामना करना पड़ा ।हालांकि, इसकी अनुकूलन क्षमता और दक्षिण की तरफ बढ़ने हेतु इसकी परखी हुई आशु व्यवस्था एवं उस ओर नदी के गहरे ड्राफ्ट की सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए उप गोदी प्रणाली /लंगरगाह के निर्माण तथा अंतर्देशीय जल परिवहन मोड के जरिए माल के संचालन की महती संभाव्यता के कारण इसने नई अवस्थिति और विविध कार्यों में अपने को पुन:प्रतिष्ठित करना जारी रखा ।
कोलकाता पत्तन ने वर्ष 2017-18 में 57.886 मिलियन टन यातायात का संचालन किया और वर्ष 2007-08 में संचालित 57.329 मिलियन टन के पिछले सर्वोच्च रिकार्ड को पार करते हुए पत्तन के इतिहास में सार्वकालिक रिकार्ड कायम किया । नए निवेश और मूल्य चालित पहल एवं व्यापार में भी वृद्धि की उम्मीदों के साथ-साथ यह काफी हर्ष की बात है कि केओपीटी द्वारा वर्ष 2014-15 में 46.293 मिलियन टन माल का यातायात हुआ था जबकि वर्ष 2017-18 में 57.086 मिलियन टन माल का यातायात किया गया और इस तरह इसमें लगभग 25.04% की प्रभावशाली वृद्धि हुई ।दिलचस्प बात यह है कि पत्तन के दो गोदी प्रणालियों में से एक और कोलकाता के ऐतिहासिक पत्तन की अविरल विरासत, हमारी कोलकाता गोदी प्रणाली ने वर्ष 2017-18 में सर्वकालिक उच्च 17.39 मिलियन टन माल यातायात का संचालन किया, जबकि हमारी सिस्टर गोदी एचडीसी ने भी वर्ष 2017-18 में 40.496 मिलियन टन माल यातायात का संचालन किया एवं पिछले कुछ वर्षों में यातायात की निरंतर ऐहिक विकास प्रवृत्ति को बनाए रखा।कंटेनर यातायात में भी, एचडीसी ने वर्ष 2017-18 में 14.87% की उच्च वृद्धि दर्ज की,जबकि पिछले वित्त वर्ष में 1,35,828 टीईयू कंटेनर यातायात का संचालन किया गया था।केओपीटी ने वर्ष 2017-18 में 7,96,210 टीईयू कंटेनर यातायात संचालन का उच्चतम रिकॉर्ड कायम किया और पिछले साल के मुकाबले 3.18% से अधिक की वृद्धि दर्ज की तथा लगातार कई वर्षों तक कंटेनर संचालित करनेवाले प्रमुख पत्तनों के बीच अपना तीसरा स्थान बनाए रखा।हमारे पत्तन ने महापत्तनों के बीच सबसे अधिक संख्या में जलयानों के संचालन का कार्य जारी रखा।
बेहतर उत्पादकता और तेजी से बदलाव सुनिश्चित करने एवं शुष्क थोक माल ले जानेवाले गियरलेस जलयानों की कमी के गंभीर खतरे को कम करने के लिए, हमने एचडीसी में अवरुद्ध गोदी के भीतर अपने कुछ बर्थ, यथा- बर्थ सं. 4 बी, 2 , 8 एवं 13 पर मोबाइल हार्बर क्रेन और अन्य सहायक उपकरण लगाए हैं तथा वर्ष 2018-19 में बर्थ सं. 3 का मशीनीकरण करने जा रहे हैं।सूखे और तरल थोक माल की संचालन क्षमता बढ़ाने और बेहतर संचालन दरों के साथ जलयानों का तेज़ी से बदलाव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हमने डीबीएफओटी आधार पर सालूखाली, हल्दिया गोदी -II में तरल माल संचालन जेटी की स्थापना तथा खाद्य तेल और रसायन के संचालन के लिए बाहरी टर्मिनल -2 के निर्माण हेतु लोओए / ऑर्डर दिए हैं जिससे काफी हद तक माल संचालन क्षमता बढ़ने के साथ-साथ लॉक प्रणाली पर दबाव भी कम होगा।अवरुद्ध गोदियों में उच्चतर क्षमतावाले शुष्क थोक / कंटेनर माल का संचालन किया जाएगा जबकि बाहरी टर्मिनलों में अधिकांश तरल माल यातायात का संचालन किया जाएगा ।केडीएस के एनएसडी में बर्थ सं. 3, 4, 5, 7 और 8 पर बैक-अप प्रचालन सहित 'पोत से पत्तन तक' की एकीकृत सेवा और एचडीसी की बर्थ सं. 10 और 11 में एकीकृत कंटेनर प्रचालन के अलावा, कंटेनरों के ढेर के लिए अतिरिक्त भू-क्षेत्र हार्डस्टैंड यार्ड स्थान चिहनित किए जा रहे हैं, जबकि कंटेनर थ्रूपुट के प्रवाह की समस्या को हल करने के लिए एचडीसी में 3रा रेल माउंटेड क्वे क्रेन तैनात किया जा रहा है।
सागर/अन्य लंगरगाहों में, जहां दिसंबर 2017 में फ्लोटिग क्रेन सुविधाएं शुरू हो चुकी हैं, ट्रांसलोडिंग/पोतान्तरण स्थल से डॉटर जलयान के जरिए परिवाहित किए जानेवाले सूखे थोक माल यातायात के संचालन के लिए अवरुद्ध गोदी के बाहर 3री तेल जेटी के अपस्ट्रीम में फ्लोटिंग नदीय मिनीबल्क टर्मिनल भी जून 2018 में चालू किया गया है।हमने 54,000 टन माल के साथ सागर लंगरगाह में बर्थ किए गए बेबी केप जलयान एम.वी. किशोर को संचालित किया है।बाहरी नदीय टर्मिनलों के एकसाथ कार्यरत होने सहित इन सुविधाओं से यह आशा है कि सुमेलित ड्राफ्ट में डॉटर जलयानों एवं बार्जों के जरिए एचडीसी में आनेवाले माल में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी, साथ ही कम लॉजिस्टिक्स लागत पर हल्दिया के पत्तन नगर में एवं उसके आसपास स्थित अनेकों उद्योगों एवं पॉवर यूटिलिटीज़ को सेवाएँ मुहैया होंगी।
कोलकाता पत्तन की अनूठी नदीय संभावनाओं को देखते हुए और महत्वाकांक्षी सागरमाला परियोजना को ध्यान में रखते हुए, आईडब्ल्यूएआई को दीर्घकालिक पट्टे के आधार पर लगभग 61 एकड़ भूमि प्रदान की गई है, जिन्होंने कोयला, फ्लाई एश, रसायन, उर्वरक आदि के परिवहन के लिए हल्दिया में एक बहु-मॉडल टर्मिनल के निर्माण का निर्णय किया है ।न्यूनतम गारंटीकृत टनभार (एमजीटी) के आधार पर कैप्टिव प्रयोक्ताओं को विभिन्न भूमि खंड आबंटित किए जा रहे हैं।विभिन्न भू-खंडों के प्रतिस्पर्धी आबंटन के लिए निविदा जारी करने हेतु, भू-संपदा राजस्व को अनलॉक करने के अभियान के एक हिस्से के रूप में, प्रतियोगी बोली-प्रक्रिया के जरिए, अधिमानत: अपफ्रंट आधार पर, खाली भूखंड आबंटित किए जा रहे हैं और विधिक मामलों को फास्ट -ट्रैक आधार पर निपटाया जा रहा है।भारत सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संयुक्त रूप से ताजपुर में एक गहरे समुद्री पत्तन के निर्माण की संभावना की तलाश करने के लिए टीईएफआर/डीपीआर आदि तैयार करने हेतु परामर्शदाता भी नियुक्त किया गया है।बढ़ते यातायात की जरूरतों को पूरा करने और सड़क पर की भीड़ को सुभीता देने एवं उन्हें इधर-उधर करने के लिए बालागढ़ में (एनडब्ल्यू 1 पर 85 कि.मी. उत्तर में ) एक विस्तारित पत्तन गेट सुविधा मुहैया करने हेतु डीपीआर / ईआईए / ईएमपी तैयार करने के लिए एक परामर्शदाता की बहाली हेतु हाल ही में निविदा आमंत्रित की गई है।
ग्राहकों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए ,आईटी और आईटीईएस का लाभ उठाने के लिए परियोजनाओं पर पुरजोर ढ़ंग से काम चल रहा है जिसका उद्देश्य वेब-आधारित अनुप्रयोगों एवं इंटरफेस को लागू कर पोत प्रबंधन में उन्नत दक्षता लाना है और इस तरह अपने अधिक से अधिक ग्राहकों को इसका लाभ पहुंचाना तथा पत्तन प्रयोक्ताओं के संव्यवहार लागत में कमी करनी है।हाल में किए गए कुछ महत्वपूर्ण कार्य हैं - वित्त/अस्पताल/सामग्री प्रबंधन/ भू-संपदा रेंटल बिलिंग एवं उगाही जैसे विभिन्न अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर माड्यूल चालू करना, वीओआईपी (वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) टेलीफोनी चालू करना, आई टी बुनियादी ढांचे में संवृद्धि, आदि एवं ई-प्रापण समाधान लागू करना ।क्लाउड पर ईआरपी समाधान के व्यापक कार्यान्वयन के जरिए इनपर अनुवर्ती कार्रवाई की जा रही है।अन्य प्रमुख चालू परियोजनाओं में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली, जीआईएस-आधारित भू-सम्पदा प्रबंधन, आरएफआईडी आधारित वाहन ट्रैकिंग और आधार आधारित बॉयोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली का लागू किया जाना शामिल है।
हमारा पत्तन व्यापार का पल्सेटिंग लाइफलाइन है और देश के समुद्री व्यापार को बढ़ावा देने में अपनी जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निर्वहन कर रहा है।आनेवाले वर्षों में पत्तन द्वारा सामना की जानेवाली स्पष्ट चुनौतियों में से एक अनुकूल लॉजिस्टिक्स एवं प्रतिस्पर्धी सुविधाओं /टैरिफ ढांचे सहित पत्तन-केन्द्रित ग्राहक आधार पर एक नए एवं विशाल व्यापार केंद्र का निर्माण करना है।वर्तमान में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी सागरमाला परियोजना के कार्यान्वयन के तहत योजनाओं के पोषण का उद्देश्य ऊर्जा-कुशल रूप में पोत के विभिन्न आर्थिक समूहों में उद्योगों को बढ़ावा देने/अवसर प्रदान करने सहित देश के तटीय /आईडब्ल्यूटी /समुद्री संभावनाओं का लाभ उठाना है।देश की 'एक्ट-ईस्ट पॉलिसी' के, जिसमें त्रिपक्षीय राजमार्गों को जोड़ना, पांच नदी प्रणालियों को आपस में जोड़ना और समुद्र के जरिए म्यांमार के सितवे पत्तन से केओपीटी को जोड़ने के प्रस्ताववाली कलादान परियोजना शामिल है, योगदान से मुझे आशा है कि कोलकाता पुन: क्षेत्र का एक गतिशील और थ्रोबिंग हब पत्तन बनेगा ।
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